Saturday, October 19, 2024

मीठा भ्रम

 होने और ना होने के मीठे भ्रम के बीच में कुछ पल।











Friday, October 18, 2024

वो जा रही है

 वो जा रही है धीरे धीरे, बार बार पीछे मुड़के अपनी गुलाबी मुस्कराहट की छटा बिखेरती। दूर किसी नए क्षितिज पर अपने यौवन की सुनहरी किरणे बिखेरकर ओस की बूंदों को चमकते मोतियों में बदलने के लिए। शायद जो कुछ यहां अधूरा रह गया उसको पूरा करने के लिए। कुछ अधूरे सपने पूरे करने के लिए। कुछ नीरस आंखों में रोशनी भरने के लिए। कुछ उदास होठों पे शहद जैसी मीठी मुस्कान लाने के लिए। जाओ। तुम्हे रोकने की ख्वाहिश करना जीवन के एक नए आयाम को बाधित करने जैसा होगा। एक मीठी और हल्की सी उदास मुस्कराहट के साथ अलविदा। अच्छे से जाना और खूब खिलना। इतना खिलना की उसकी चमक में आने और जाने की द्वंदात्मक पीड़ा का औचित्य ही ना रहे।










Thursday, October 17, 2024

एक सांझ

 टुकड़ों टुकड़ों में बटे अपने मन से देखूं तो विचार और भाव। धीरे धीरे उगता चांद। सुंदर और अद्भुत। उस विराटतम अद्भुत सौंदर्य की एक झलक।








Monday, October 14, 2024

The grand illusion

 Shifting shapes..

Fragmented forms...

Cracked creations...

Floating formations...

Transitory turns...

Brief beginnings, briefer ends...

A moment in the eternal NOW...

Visible clues to the invisible unity...



Life invincible

 Life invincible 💪 



Saturday, October 12, 2024

Evening Shades

 Evening shades...

a musical silence...

a pleasant sadness...

a shifting stability...

a solitudional companionship...

a sweet loneliness...

a whisper...

a dewy smile...

a place where light and dark have a date.









The old

 The Old 

doesn't want to leave its hold

against the new all fresh and bold.