Thursday, October 17, 2024

एक सांझ

 टुकड़ों टुकड़ों में बटे अपने मन से देखूं तो विचार और भाव। धीरे धीरे उगता चांद। सुंदर और अद्भुत। उस विराटतम अद्भुत सौंदर्य की एक झलक।








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